संपादक जसीम खान संवाद छत्तीसगढ़ न्यूज़ कुसमी बलरामपुर,,9111740798

वृद्धाश्रम पहुंचकर जाना कुशल क्षेम, गुणवत्तापूर्ण भोजन, स्वास्थ्य जांच एवं उपचार जैसी सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने अधिकारियों के दिए निर्देश

आशा निकुंज विशेष विद्यालय, बालिका बाल गृह, शक्ति सदन,बौद्धिक मन्दता विद्यालय, बालिका एवं बालक सम्प्रेषण गृह, नारी निकेतन सहित अन्य संस्थाओं में व्यवस्थाओं का जायजा लेकर दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

अम्बिकापुर 13 सितम्बर 2025/ महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े शनिवार को सरगुज़ा जिले के दौरे पर रहीं। उन्होंने इस दौरान विभिन्न संस्थाओं का निरीक्षण किया। मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने सर्वप्रथम अजीरमा स्थित वृद्धाश्रम का निरीक्षण किया। उन्होंने वृद्धजनों से बात कर उनका कुशल क्षेम जाना तथा उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने समाज कल्याण अधिकारी को परिसर में एमरजेंसी लाइट लगाने तथा स्वच्छता पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वृद्धजनों को गुणवत्तापूर्ण भोजन, स्वास्थ्य जांच एवं उपचार की सुविधा उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें, सभी व्यवस्थाएं सुदृढ़ हो। समय-समय पर जिला स्तरीय अधिकारी निरीक्षण करें। इसके पश्चात होलीक्रॉस आशा निकुंज विशेष विद्यालय के निरीक्षण के दौरान मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्हें अपने बीच पाकर बच्चों ने आत्मीयता के साथ उनका स्वागत किया तथा बालिकाओं ने सुंदर नृत्य की प्रस्तुति दी। उन्होंने संस्था में शिक्षकों की उपलब्धता, आवासीय व्यवस्था की जानकारी ली तथा ऑडियोमैट्री कक्ष, अध्ययन कक्षों, शयनकक्ष आदि का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने बच्चों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। निरीक्षण के दौरान मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने दर्रीपारा में संचालित बालिका बालगृह का निरीक्षण किया। उन्होंने बच्चियों से मिलकर उपलब्ध सुविधाओं के सम्बन्ध में फीडबैक लिया। इस दौरान उन्होंने शयनकक्ष, भोजन कक्ष, मनोरंजन कक्ष, स्टाफरूम, भण्डार कक्ष आदि का अवलोकन किया। उन्होंने इस दौरान कहा कि बच्चियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए। संस्था में आने-जाने वालों की एंट्री अवश्य रखी जाए। इसी कड़ी में उन्होंने परिसर में स्थित शक्ति सदन का भी निरीक्षण किया। उन्होंने शक्ति सदन में रहने वाली श्रवणबधिर तीन बालिकाओं को आशा निकुंज विशेष विद्यालय शिफ्ट कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बालिकाओं को कुछ नया सिखाएं, ताकि भविष्य में उनके रोजगार का जरिया बन सके। इसी प्रकार नारी निकेतन में महिलाओं से मिलकर, व्यवस्थाएं देखीं तथा महिला एवं बाल विकास अधिकारी को शयनकक्ष, शौचालय की साफ-सफाई करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने इस दौरान बालिका एवं बालक सम्प्रेषण गृह, प्लेस ऑफ सेफ्टी बालक, बौद्धिक मन्दता विद्यालय का भी निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखी तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।