
Sampadek jasim khan samwad chhrisgarh kusmi Balrampur,9111740798
सामरी”नक्सल मोर्चे पर बलरामपुर पुलिस को मिली एक और बड़ी सफलता”
नक्सल माओवादी राजेन्द्र सिंह खैरवार उर्फ दिलीप जी उर्फ विश्वनाथ को सामरीपाठ पुलिस ने गढ़वा, झारखण्ड से घेराबंदी कर किया गया गया गिरफ्तार,
गिरफ्तार नक्सल माओवादी राजेन्द्र सिंह खैरवार जिला बलरामपुर-रामानुजगंज व झारखंड की कई बड़ी नक्सली घटनाओं में रहा है शामिल,
गिरफ्तार नक्सल माओवादी वर्ष 2000 से PWG (पीपुल्स वार ग्रुप) नक्सली संगठन में एरिया कमाण्डर एवं सबजोनल कमाण्डर के पद पर सशस्त्र दल में था सक्रिय, वर्ष 2000 से 2015 तक भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी (माओवादी) नक्सली संगठन में कर चुका है काम,
अप०क्र0 11/15 थारा 4 (ख) विस्फोटक पदार्थ अधिनियम व छ.ग. जन विशेष जन सुरक्षा अधिनियम 2005 की धारा 8 (1) (3) (5)
नाम आरोपीः नक्सल माओवादी राजेन्द्र सिंह खैरवार उर्फ दिलीप जी उर्फ विश्वनाथ पिता स्व. राजबली, उम्र 40 वर्ष, निवासी उदयपुर, थाना रमकंण्डा, जिला गढ़वा, (झारखण्ड)।
विवरण
मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 18/03/2015 को सूचना प्राप्त हुई कि सबाग से चुनचुना पुन्दाग पुलिस व सीआरपीएफ बल के आने-जाने वाले रास्ते पर पुलिस बल व सीआरपीएफ तथा ग्रामीणों के जान-माल व शासकीय सम्पति को नुकसान पहुंचाने के उददेश्य से अज्ञात नक्सलियों द्वारा टिफिन बम गाइकर रखा गया है। सूचना के आधार पर तस्दीकी हेतु पुलिस बल, सीआरपीएफ व बीडिएस टीम को खाना कर घटना स्थल चुनचुबा, आमा, कुरमा के पास पहुंचकर स्नीफर डॉग से सर्व कराया स्नीफर डॉग द्वारा बार-बार एक ही जगह को चिन्हित करने पर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर उनके दिशा निर्देश अनुसार संदिग्ध जगह को सावधानीपूर्वक घेराबंदी कर गाढ़े हुये टिफिन बम को मौके पर ही डिफ्यूज किया गया। नक्सलियों द्वारा घटना कारित करने पर थाना सामरीपाठ में अज्ञात नक्सलियों के विरूद्ध अपराध कमांक 11/2015 धारा 4 (ख) विस्फोटक पदार्थ अधिनियम व छ.ग. जन विशेष जन सुरक्षा अधिनियम 2005 की धारा 8 (1) (3) (5) दिनांक 20/03/2015 कायम कर विवेचना की जा रही थी। विवेचना के दौरान श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय श्री वैभव बैंकर (भा.पु.से.) एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विश्व दीपक त्रिपाठी के दिशा निर्देशन में तथा पुलिस अनुविभागीय अधिकारी कुसमी श्री इम्मानुएल लकड़ा के नेतृत्व में नक्सली प्रकरण निकाल हेतु अन्नात नक्सल आरोपी की पतासाजी हेतु पुलिस टीम गठित कर दीगर राज्य झारखण्ड जाने की अनुमति प्राप्त कर प्रकरण के आरोपी नक्सल माओवादी राजेन्द्र सिंह खैरवार उर्फ दिलीप जी उर्फ विश्वनाथ पिता स्व. राजबली, उम्र 40 वर्ष, निवासी उदयपुर, थाना रमकंण्डा, जिला गढ़वा (झारखण्ड) के सकूनत पर जाकर पता करने पर आरोपी अपने सकूनत पर उपस्थित था जिसे पुलिस टीम द्वारा सावधानीपूर्वक पुलिस कसटडी में लिया गया। नक्सल माओवादी राजेन्द्र सिंह खैरवार को थाना सामरीपाठ लाकर पूछताछ किया गया, जिसने पूछताछ पर बताया कि “… वर्ष 2000 से PWG (पीपुल्स वार ग्रुप) नक्सली संगठन
कमाण्डर स्व. खुदीसिंह के साथ शामिल होकर एरिया कमाण्डर एवं सबजोनल कमाण्डर के पद पर सशस्त्र दल में सक्रिय था। वर्ष 2000 से 2015 तक भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी (माओवादी) नक्सली संगठन का कार्य किया हूँ बीच-बीच में दो बार मैं जेल में निरूद्ध रहा हूँ शेष अवधी में मैं नक्सली दस्ता के साथ रहते हुये कई वारदात को अंजाम दिया हूँ वर्ष 2000 से 2002 के मध्य मैं नक्सली साथियों के साथ याना भण्डरिया के ग्राम मरदा बरगड़ में पुलिस के साथ मुठभेड़ किया थाना रंका में चिनिया घाट में पुलिस के साथ मुठभेड़ किया हूँ। छ.ग. राज्य के सरगुजा जिला के चांदो थाना के गाम शाहपुर में पुलिस से मुठभेड़ किया तथा बाद ग्रामीणों की हत्या किया, ग्राम चन्दन नगर में एहसान मियां एवं उमर फारूख की पिटाई किया, गाम भवरमाल के भागीरथी गुप्ता (वकील) की बन्दूक को लूटा एवं पिटाई किया ग्राम महावीरगंज में मुमताज मिया एवं दीक्षित का बंदूक लूटा बुलगांव के कुवंर सिंह के घर घुसकर पिटाई किया वर्ष 2006 से अक्टूबर 2008 तक मैं झारखण्ड राज्य के भण्डरिया थाना के बरगड़ के पास कुशमहा टोंगरी में पुलिस पार्टी पर विस्फोट करने में, ग्राम जोनीखाड़ में मारपीट कर हत्या करने में, ग्राम सरूअत में मुन्नीलाल यादव के घर जलाने में, ग्राम तिहारों में पोस्टर पर्चा बांटने में, ग्राम सुतनी महुआ में पुलिस के साथ मुठभेड़ करने में, ग्राम हरता में पोस्टर पर्चा बांटने में, ग्राम मुटकी के महादेव भुईहर की हत्या करने में, ग्राम जोन्हीखाड़ तथा रामरसतबहनी में पुलिस के साथ मुठभेड़ करने में शामिल था, याना रंका के ग्राम बिलैती में घर जलाने एवं जान से मारने में, ग्राम डाले के शांतिदेवी के घर जलाने में, जमुनियाखाड़ जंगल में पुलिस के साथ मुठभेड़ करने में, ग्राम नयाडीह जंगल महुवारी ग्राम नेउरा तथा हुझ्दाम एवं बाधमरन में पुलिस के साथ मुठभेड़ करने में, ग्राम रक्सीवेला एवं ग्राम मुरखुड़ में नक्सली पोस्टर पर्चा बांटने में तथा ग्राम केरता के विरेन्द्र यादव के हत्या करने में शामिल वा, थाना चैनपुर पलामू के ग्राम बान्दूटोला लालमाटी अंधेरीबेड़ा में पुलिस के साथ मुठभेड़ करने में, ग्राम आमडीह खुर्द में ग्रामीण का घर जलाने में तथा ग्राम देकली ग्राम खोरका में नक्सली पर्चा बांटने में तथा हथियार ईकठ्ठा करने में शामिल या छत्तीगढ़ राज्य के रामचन्दरपुर थाना के ग्राम हरीहरपुर में मोबाईल टावर जलाने में हासनदाग घाट में गोली बारी कर विस्फोट से एसडीओपी की गाड़ी जलाने में एवं आईजी साहब के उपर उचरवा में गोली चलाकर आहत करने में तथा कन्हर नदी में पुलिस के उपर गोली चलाने में शामिल रहा हूँ। चांदो वाना के बन्दरचुओं में बम लगाने में तथा आमाझरिया पुन्दाग में घात लगाकर 03 जवानो की हत्या व 06 को घायल करने में, ग्राम पोखर के महुवर कोरवा की हत्या करने में, चुनचुना रास्ता में बम ब्लास्ट करने में, ग्राम कन्दरी में बिमलेश सिंह से मारपीट कर गाड़ी में आग लगाने में, ग्राम पुन्दाग के मदन सोनी के घर जलाने में, ग्राम जोधपुर चांदो के जलीउददीन का अपहरण करने में एवं फड़ में आग लगाने में शामिल था। हरीहरपुर रामचन्द्रपुर उचरवा में तथा सामरी क्षेत्र के पोखर में घटना करने में मेरे साथ अरविन्द जी, बड़ा विकास, वीरसाय, अक्षय कोरवा एवं 25-30 सशस्त्र वर्दीधारी नक्सली साथी शामिल थे। अक्टूबर 2014 में जेल से छुटने के बाद अपने दस्ते के साथ जिसमें गुरु सिंह ग्राम नौका भण्डरिया, नन्दू सिंह गाम काचन रामगढ़ वकील चौधरी, ग्राम भिखही गढ़वा झारखण्ड और विष्णु गुप्ता ग्राम बानापति, रामानुजगंज अगरसाय, पलगी त्रिकुण्डा, दलपति वैखनपाठ, चांदनी रघुनाथनगर मुढ़िया के लाल बहादुर के साथ सशस्त्र वर्दीधारी दस्ता बनाकर थाना रामगढ़ जिला पलामू में ग्राम गोरे के भोला यादव का अपहरण, मुकुन्द विश्वकर्मा का अपहरण, राहुल सिंह का मारुति वैन लूटना, खुट्टी मोड़ के उदय चौधरी एवं गांधीकुमार की गोलीमार कर हत्या करने में थाना भण्डरिया के गाम लेतकी सीआरपीएफ का लकड़ी लेने गये ट्रेक्टर से मारपीट करने एवं बैटरी चोरी करने में, ग्राम गौदरमाना के अशोक गुप्ता विनोद केशरी से लेवही वसूली करने में, याना रमकण्हा के गुरखुरु के हबीब मिया पर गोली चलाने, रमकंडा के अवधेश गुप्ता से लेवही वसूली के लिये अपहरण कर मारपीट करने में तथा चैनपुर जिला पलामू के ग्राम खरोह में उ.प्र. के गुलाब पाल से रंगदारी वसूलने में अपने साथियों के साथ शामिल रहा हूँ। छत्तीसगढ़ राज्य के थाना चांदनी बिहारपुर के ग्राम बड़वारी के अनिल सिंह से मोबाईल लुठने में ग्राम काहीवा के सरपंच रामसूरत की जान से मारने की धमकी देकर 50000 रूपये लुटने में रघुनाथनगर थाना के ग्राम मुढ़िया के तेजनाथ सिंह से लेवही मांगने एवं घर छोड़ने की धमकी देने में शामिल रहा हूँ आज दिनांक 06.09.2015 को ग्राम सोनहत के धौरा पारा में अपने उपरोक्त साथियों के साथ मिलकर पुलिस पार्टी पर गोली बारी चलाकर मुठभेड़ किये हैं मेरे को थाना रघुनाथनगर में वर्ष 2015 में गिरफ्तार किये थे उस समय मेरे पास रखे 315 बोर का बंदूक को जप्त कर लिये थे।
नक्सल आरोपी की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी निरीक्षक विजय प्रताप सिंह, प्र. आर. 26 जेम्स लकड़ा, आर. 954 कृष्णा मरकाम, आर. 184 आदित्य कुजुर का सराहनीय योगदान रहा।