संपादक जसीम खान संवाद छत्तीसगढ़ न्यूज़ कुसमी बलरामपुर/

अंबिकापुर,,तालाब और डबरी खेती-किसानी और मत्स्य पालन के लिए आ रहा ग्रामीणों के काम।

अम्बिकापुर 29 जुलाई 2025/ “आजादी का अमृत महोत्सव“ के तहत जल संरक्षण को बढ़ावा देने हेतु शुरू की गई अमृत सरोवर योजना ने ग्रामीण क्षेत्रों में जल संकट को दूर करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस योजना के माध्यम से जिले में हजारों तालाबों का निर्माण और पुनरुद्धार किया जा रहा है, जिससे जल संरक्षण, सिंचाई, मत्स्य पालन और ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा मिल रहा है।
इसी क्रम में सरगुजा जिले के विकासखंड उदयपुर के ग्राम पंचायत सलका में स्थित ‘सुखरी डबरी’ तालाब का गहरीकरण कार्य अमृत सरोवर योजना के अंतर्गत कराया गया। पहले गर्मियों में यह तालाब पूरी तरह सूख जाता था, जिससे गांव के किसानों और पशुपालकों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब, गहरीकरण और पुनरुद्धार के बाद इस तालाब में सालभर पानी उपलब्ध रहता है।
ग्राम पंचायत सलका के उप सरपंच श्री खेलावन निषाद ने बताया कि “अमृत सरोवर योजना के तहत तालाब का पुनरुद्धार होने के बाद गांव में जल की स्थायी व्यवस्था हो गई है। किसान अब रबी और सब्जी की फसलें आसानी से ले पा रहे हैं। साथ ही, तालाब में खेती, मत्स्य पालन, जैसी गतिविधियां भी शुरू हो चुकी हैं, जिससे ग्रामीणों को अतिरिक्त आमदनी मिल रही है।“
उन्होंने बताया कि पहले जहां जल की कमी से कृषि कार्य बाधित होता था, अब वही तालाब गांव की आर्थिक समृद्धि का स्रोत बन गया है। इससे गांव के किसान आत्मनिर्भर बन रहे हैं और युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी मिल रहे हैं।
ग्रामीणों ने तालाब के पुनरुद्धार कार्य के लिए राज्य एवं केंद्र सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि, “अमृत सरोवर योजना“ ने गांव को नया जीवन दिया है। यह केवल एक योजना नहीं, बल्कि ग्रामीण विकास की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल है।