By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Samwad ChhattisgarhSamwad ChhattisgarhSamwad Chhattisgarh
Notification Show More
Font ResizerAa
  • होम
  • छत्तीसगढ़
  • देश
  • मनोरंजन
  • मेरा शहर
  • राजनीति
  • विविध
Reading: ईमानदारी की विरासत में विवादों का भी साया, परमाणु समझौते में विजेता बनकर उभरे; मगर अन्ना आंदोलन ने खिलाफ में बनाई थी हवा
Share
Font ResizerAa
Samwad ChhattisgarhSamwad Chhattisgarh
  • होम
  • छत्तीसगढ़
  • देश
  • मनोरंजन
  • मेरा शहर
  • राजनीति
  • विविध
Search
  • होम
  • छत्तीसगढ़
  • देश
  • मनोरंजन
  • मेरा शहर
  • राजनीति
  • विविध
Follow US
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms and Conditions
© © %sitename% | Design By Nimble Technology
Samwad Chhattisgarh > Blog > राजनीति > ईमानदारी की विरासत में विवादों का भी साया, परमाणु समझौते में विजेता बनकर उभरे; मगर अन्ना आंदोलन ने खिलाफ में बनाई थी हवा
राजनीति

ईमानदारी की विरासत में विवादों का भी साया, परमाणु समझौते में विजेता बनकर उभरे; मगर अन्ना आंदोलन ने खिलाफ में बनाई थी हवा

Samwad Chhattisgarh
Last updated: December 27, 2024 1:04 pm
Samwad Chhattisgarh
Share
SHARE
प्रधानमंत्री के रूप में मनमोहन सिंह ने जब यह कहने का साहस दिखाया था कि इतिहास उनके प्रति नरमी दिखाएगा तब उन्हें मालूम था कि राजनीतिक रूप से तमाम सवालों से घिरे होने के बावजूद उनके साथ उनकी अपनी बेदाग छवि है। मनमोहन सिंह ने ब्यूरोक्रेट से लेकर पीएम तक का अपना सफर बिना किसी व्यक्तिगत विवाद के ही पूरा किया, लेकिन अपनी सबसे बड़ी जिम्मेदारी निभाते हुए वह अपने आसपास के विवादों को नहीं रोक सके। 

कभी संदेह के दायरे में नहीं रही व्यक्तिगत ईमानदारी

उन पर सबसे कमजोर प्रधानमंत्री होने के आरोप लगे, घपले-घोटालों के अभूतपूर्व मामले सामने आए और मीडिया सलाहकार संजय बारू जैसे कुछ लोगों ने उन्हें लाचार बताने में कसर नहीं छोड़ी जो उनके सबसे अधिक करीब थे।
दो लगातार संप्रग सरकारों (2004 से 2014 तक) का नेतृत्व करते हुए प्रधानमंत्री के रूप में मनमोहन सिंह के कार्यकाल ने ही देश की राजनीति की दिशा-दशा मोड़ी, खासकर नीतिगत निष्क्रियता, निर्णय लेने में देरी और घोटाले के तीन-चार बड़े मामलों के साथ ही अन्ना हजारे के जन आंदोलन ने पूरे देश में एक ऐसे माहौल का निर्माण किया जिसमें गहरी निराशा थी। यह एक ऐसे व्यक्ति के लिए विचित्र और हैरान कर देने वाली स्थिति थी जिसकी व्यक्तिगत ईमानदारी कभी संदेह के दायरे में नहीं रही। 

परमाणु समझौते में विजेता बनकर उभरे

पीएम के रूप में मनमोहन सिंह के पहले कार्यकाल में किसी बड़े विवाद की झलक नहीं मिली, सिवाय इसके कि गठबंधन की मजबूरियों के चलते उन्हें राजद के तस्लीमुद्दीन सरीखे कुछ ऐसे मंत्री बनाने पड़े जिन्हें दागी कहा जाता था। पहले कार्यकाल के अंतिम दिनों में अमेरिका के साथ परमाणु समझौते पर सहयोगी दलों ने ही सवाल उठाए, लेकिन इसे अंजाम तक पहुंचाने में मनमोहन सिंह ने अपनी पूरी राजनीतिक पूंजी झोंक दी और वह विजेता बनकर उभरे। 

पांच बड़े घोटालों ने बढ़ाई थी बेचैनी
2009 के आम चुनाव में अप्रत्याशित, लेकिन आखिरकार आसान जीत के बाद दोबारा पीएम बने मनमोहन सिंह के लिए दूसरा कार्यकाल उतना ही कठिन साबित हुआ जब लगभग पूरे पांच साल वह घपले-घोटालों के नए-नए मामलों या उनमें हो रहे रहस्योद्घाटनों से परेशान और बेचैन रहे। पांच बड़े घोटालों की संयुक्त धनराशि चार लाख करोड़ रुपये तक बताई गई। इसी ने तत्कालीन विपक्ष यानी भाजपा को यह कहने का मौका दिया कि मनमोहन सिंह के राज में अभूतपूर्व धांधली हुई है।

अपनों ने भी बनाई दूरी

2जी, कोयला घोटाला, राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन में गड़बड़ी, आदर्श हाउसिंग सोसाइटी, एंट्रिक्स धांधली कुछ प्रमुख प्रकरण हैं, जिनमें हजारों-लाखों करोड़ रुपये के घोटालों की बातें हुईं। इसी दौरान लोकपाल की मांग को लेकर अन्ना हजारे के आंदोलन-धरने ने जैसे मनमोहन सिंह की बतौर पीएम छवि ही नष्ट कर दी। जैसे-जैसे माहौल उनके खिलाफ होता गया, वैसे-वैसे उनके अपने उनके खिलाफ होते गए।

Contents
  • कभी संदेह के दायरे में नहीं रही व्यक्तिगत ईमानदारी
  • परमाणु समझौते में विजेता बनकर उभरे
  • अपनों ने भी बनाई दूरी
  • जब राहुल गांधी ने फाड़ दिया था अध्यादेश

 

जब राहुल गांधी ने फाड़ दिया था अध्यादेश

28 सितंबर 2013 को दागी-सजायाफ्ता नेताओं को राहत देने के लिए लाए गए संप्रग सरकार के अध्यादेश को भरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में फाड़कर तत्कालीन कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पीएम के रूप में मनमोहन सिंह के प्रभाव और सम्मान को जाने-अनजाने और सीमित कर दिया।

 

दिल्ली चुनाव: केजरीवाल के ताबड़तोड़ बड़े बड़े कस्मे वादे, भाजपा की बढ़ा दी चिंता?
Maharashtra की सियासत में होगा खेला? CM फडणवीस की ‘सामना’ में खुलकर तारीफ, अब संजय राउत ने भी दिया बयान
बेलगावी कांग्रेस अधिवेशन के पोस्टर में लगा भारत का गलत नक्शा, भड़की बीजेपी
NDA की बैठक में भाजपा ने बनाई दिल्ली विधानसभा चुनाव की रणनीति, पहली बार इन दलों के नेता करेंगे BJP के पक्ष में प्रचार
‘राहुल गांधी मेरे करीब आ गए, मैं असहज हो गई…’, BJP की महिला सांसद का गंभीर आरोप
Share This Article
Facebook Whatsapp Whatsapp Telegram Copy Link
Share
Previous Article अमेरिका के मौजूदा और आगामी प्रशास के साथ रिश्तों का रिव्यू करने पहुंचे जयशंकर, सुलिवन से हुई वार्ता
Next Article NDA की बैठक में भाजपा ने बनाई दिल्ली विधानसभा चुनाव की रणनीति, पहली बार इन दलों के नेता करेंगे BJP के पक्ष में प्रचार

Latest News

सरगुजा,,मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने सरगुज़ा प्रवास के दौरान विभिन्न संस्थाओं का किया निरीक्षण
September 13, 2025
जसपुर,,पत्रकारों पर नोटिस और मानहानि कार्रवाई के विरोध में संगठनों का हल्ला बोल, मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन।
September 12, 2025
जशपुर में कलम तोड़ने की साजिश : जनसंपर्क अधिकारी पर गंभीर आरोप, कलेक्टर मौन…
September 11, 2025
बलरामपुर,,बलंगी पुलिस की बड़ी कार्यवाही गाली गलौज मार पीट करने वाले को गिरफ्तार कर भेजा जेल।
September 10, 2025
Samwad Chhattisgarh

About

Editor : Mohammad Jasim Khan

Address : Bazar para, Kushmi, Dist.  Balrampur, Chhattisgarh

Mobile : +91-9111740798

Email :  jk8759504@gmail.com

Quick Links

  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms and Conditions
Follow US
© Samwad Chhattisgarh | Design By Nimble Technology
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?